October 19, 2024

ख़बरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र के शुभारंभ के अवसर पर सांस्कृतिक संध्या आयोजित..जनियर

 

 

 

 

 

 

नालंदा विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र के शुभारंभ के अवसर पर सांस्कृतिक संध्या आयोजित..

 

“नालंदा जैसे विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सद्भाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं” – ताविशी बहल पांडे, आईसीसीआर, पटना

 

 

 

 

 

 

ख़बरें टी वी – ” आप सब की आवाज ” … पिछले 13 वर्षो से ख़बर में सर्वश्रेष्ठ.. आसपास की खबरों के लिए हमारे इस नंबर पर खबर को व्हाट्सएप पर शेयर करें…9334598481..
आप का दिन मंगलमय हो….

 

 

 

 

 

ख़बरें टी वी : भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, पटना के सहयोग से नालंदा विश्वविद्यालय में बीते दिन (दिनांक 11 अगस्त 2023) सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के अवसर पर आयोजित इस समारोह की मुख्य अतिथि आईसीसीआर पटना की क्षेत्रीय निदेशक श्रीमती ताविशी बहल पांडे थीं। समारोह के अंतर्गत आईसीसीआर सम्बध्द कलाकारों द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययनरत तीस से अधिक देशों के छात्रों के समक्ष भारत की शास्त्रीय व लोक नृत्य प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्रीमती ताविशी बहल पांडे ने भारत के अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध को सुदृढ़ करने में आईसीसीआर की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय का गौरवशाली इतिहास हमें समग्र विकास की ओर प्रेरित करता है। यह एक केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं अपितु ज्ञान-अर्जन का विशिष्ट केंद्र है।

 

 

विश्वविद्यालय में छात्रों की समग्र प्रगति के लिए अनूठा अवसर उपलब्ध हैं। यहाँ पढ़ने वाले छात्र विभिन्न देशों संस्कृति और भाषा से परिचित होते हैं। इस तरह नालंदा जैसे विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय सद्भाव व सहयोग को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

नए प्रवेशित छात्रों को संबोधित करते हुए अंतरिम कुलपति प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय अपने छात्रों को अद्वितीय शैक्षणिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करता है। नालंदा के छात्र वैश्विक व साझा सांस्कृतिक विरासत के बारे में केवल किताबों से ही नहीं सीखते हैं..…

 

 

अपितु यहां के बहुसांस्कृतिक वातावरण की जीवंतता को अनुभव भी करते हैं। प्रो. सिंह ने छात्रों के चरित्र निर्माण और सर्वांगीण विकास में संस्कृति की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।

सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत भरतनाट्यम व लोक नृत्य की प्रस्तुति के माध्यम से वर्षा ऋतु व इससे संबंधित कृषि कार्य के उत्सवों को दर्शाया गया।

कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के सुषमा स्वराज सभागार में किया गया था। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में संचालित नालंदा विश्वविद्यालय एक अंतरराष्ट्रीय संस्थान है। यहाँ का परिसर विश्व के सबसे बड़े नेट-ज़ीरो परिसर में से एक है। अपने पुनर्स्थापित नए अवतार में नालंदा अपनी उत्तरोत्तर प्रगति की ओर प्रशस्त है।

 

 

 

Other Important News