November 24, 2024

ख़बरें टी वी : डॉ शशि रंजन के द्वारा नालंदा जिले में पहली बार बिहार शरीफ के जीवन ज्योति सुपर स्पेस्लिटी हॉस्पिटल जिले का पहला हॉट में सर्जरी कर सफलतापूर्वक पेसमेकर इनबिल्ट किया गया…. जानिए पूरी ख़बर

डॉक्टर शशि रंजन के द्वारा नालंदा जिले में पहली बार बिहार शरीफ के जीवन ज्योति सुपर स्पेस्लिटी हॉस्पिटल जिले का पहला हॉट में सर्जरी कर सफलतापूर्वक पेसमेकर इनबिल्ट किया गया….

 

 

 

ख़बरें टी वी : 9334598481 : ब्यूरो टीम के साथ रूपेश कुमार गोल्डन की खास रिपोर्ट :  बिहार शरीफ के जीवन ज्योति सुपर स्पेस्लिटी हॉस्पिटल जिले का पहला हॉट में सर्जरी कर सफलतापूर्वक पेसमेकर प्लेसमेंट किया गया । मैं आपको पेसमेकर के बारे में थोड़ी सी जानकारी अगर दे पाऊं तो बता दूं यह एक ऐसा उपकरण है जो कि शरीर में हट की गतिविधियों को कंट्रोल करता है। जिन व्यक्ति के हृदय में तेज गति होती है, उसे कम करना और जिनका हृदय गति कम होता है उन्हें बढ़ाकर सामान्य रूप से रखना इसका मुख्य कार्यप्रणाली है।

 

 

एक जमाना था जब यह बैटरी से संचालित होती थी परंतु अब जो है वह आजीवन शरीर के ही अंग से चलता है हालांकि बड़े-बड़े शहरों के बड़े-बड़े अस्पतालों में इसे सर्जरी कर लगवाने में करीब 5 लाख से लेकर 20 लाख तक के खर्च आते हैं।

 

 

जीवन ज्योति सुपर स्पेस्लिटी हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी में डी एम, डॉक्टर शशी रंजन ने बताया कि बबीता देवी जोकि जमुई जिले की निवासी है और कुछ महीने पहले बुखार और चक्कर जैसे बीमारियों ग्रसित होने के बाद हॉस्पिटल में आई थी, और इलाज के समय मर्ज को पकड़ते हुए उनका ईसीजी का जांच करवाया गया था

 

 

 और उसमें हार्ट ब्लॉक की बात आई थी। क्योंकि बबीता देवी पहले कई जगहों पर अपना चिकित्सा परामर्श ले चुकी थी और उन्हें सही रूप से बीमारी की जानकारी किसी ने नहीं दी थी। इस वजह से उन्हें यहां बीमारी की जानकारी होने के बाद डॉक्टर शशि रंजन पर काफी विश्वास था

 

 

और सही बोला जाए तो वह सही भी था। क्योंकि सही मर्ज पकड़ पाना यह एक अच्छे डॉक्टर की निशानी होती है , परंतु डॉ शशि रंजन के लिए यह केस उतना ही कॉम्प्लिकेटेड था कारण यह था की बबीता देवी शारीरिक रूप से तंदुरुस्त नहीं थी, उनके शरीर का एक हिस्सा पूरे ढंग से विकसित नहीं था।

 

 

बाएं तरफ का शारीरिक बनावट जिसमें हाथ छोटी एवं उंगलियां एक दूसरे से जुड़े हुए थे। डॉक्टर रंजन बताते हैं कि ऐसे रोगी 1 लाख में एक दिखाई देते हैं और उनके लिए एक चुनौती थी जो वह सहज स्वीकार करते हुए, उनके परिजन मरीज के अनुमति के बाद हार्ट में सर्जरी कर आजीवन पेसमेकर इन लेट किया।

 

 

वही मरीज के साथ आई उनकी अपनी सगी बहन संगीता देवी ने बताया कि उनकी बहन काफी परेशान रहती थी और इस वजह से कई जगहों पर इलाज के लिए साथ साथ गई थी। परंतु कहीं भी सही से उपचार नहीं हो पाया परंतु जो आज उनके साथ ऑपरेशन हुआ वह सफलता पूर्ण हुआ

 

 

और वह भी काफी कम दर पर, उनकी बहन बबीता देवी पहले की भांति चल फिर और बोल हंस रही हैं उन्होंने डॉक्टर एवं अस्पताल प्रबंधन को धन्यवाद किया है।

 

 

वही जीवन ज्योति सुपर स्पेस्लिटी हॉस्पिटल के संचालक डॉ सुजीत कुमार ने बताया कि आने वाले समय में जिले वासियों के लिए वह और भी आधुनिकतम मशीनरी से युक्त ऑपरेशन थिएटर अस्पताल में डिवेलप करवा रहे हैं , जिसके बाद बड़े से बड़े हॉट से भी संबंधित रोगों का इलाज एवं सर्जरी हमारे स्पेशलिस्ट सेंटर में उपलब्ध होंगे।

 

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