ख़बरें टी वी : महात्मा गांधी के बताए रास्तों पर चलकर मानव जाति का कल्याण हो सकता है। सादगी और ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे लाल बहादुर शास्त्री….. जानिए पूरी ख़बर
महात्मा गांधी के बताए रास्तों पर चलकर मानव जाति का कल्याण हो सकता है। सादगी और ईमानदारी के प्रतिमूर्ति थे लाल बहादुर शास्त्री :- श्रवण कुमार।
ख़बरें टी वी : 9334598481 : ब्यूरो टीम के साथ रूपेश कुमार गोल्डन की खास रिपोर्ट : नालंदा जिला जनता दल यूनाइटेड के द्वारा बिहार शरीफ के गांधी मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनता दल यू के जिला अध्यक्ष सिया शरण ठाकुर ने की इस अवसर पर बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सांसद कौशलेंद्र कुमार बिहार विधान परिषद के सचेतक रीना यादव ने दोनों के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की।
इस अवसर पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए मार्गो पर ही चल कर मानव जाति का कल्याण हो सकता है राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने भारत की स्वतंत्रता के लिए लम्बी लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने सत्य और अहिंसा के आदर्शों पर चलकर भारत को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराया था।गांधी जयंती को हर भारतवासी को उल्लास से मनाना चाहीए बापू’ के नाम से लोकप्रिय गांधी जी के सिद्धांत अहिंसा और सत्याग्रह पर आधारित थे।
अहिंसा, सत्य, शांति और उच्च नैतिक मानकों में उनके अटूट विश्वास ने उन्हें एक बहुत प्रभावी स्वतंत्रता आंदोलन का नेता बना दिया।लाल बहादुर शास्त्री अपनी उदात्त निष्ठा एवं क्षमता के लिए लोगों के बीच प्रसिद्ध हो गए। विनम्र, दृढ, सहिष्णु एवं जबर्दस्त आंतरिक शक्ति वाले शास्त्री जी लोगों के बीच ऐसे व्यक्ति बनकर उभरे जिन्होंने लोगों की भावनाओं को समझा। वे दूरदर्शी थे जो देश को प्रगति के मार्ग पर लेकर आये।
लाल बहादुर शास्त्री महात्मा गांधी के राजनीतिक शिक्षाओं से अत्यंत प्रभावित थे। अपने गुरु महात्मा गाँधी के ही लहजे में एक बार उन्होंने कहा था मेहनत प्रार्थना करने के समान है।उन्होंने अपने विनम्र स्वाभाव, मृदुभाषी व्यवहार और आम लोगों से जुड़ने की क्षमता से भारत की राजनीति पर अमिट छाप छोड़ी थी।लाल बहादुर शास्त्री को “शांति के प्रतीक” के रूप में जाना जाता है….
क्योंकि उन्होंने हमेशा आक्रामकता के बजाय अहिंसा का रास्ता पसंद किया। महात्मा गांधी के सपनों को बिहार में धरातल पर उतारने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने करने का काम किया है न्याय के साथ विकास कर हर वर्गों का हर क्षेत्रों का समुचित विकास किया है आज तो महात्मा गांधी की जयंती गॉडसे को भी पूजने वाले लोग मना रहे हैं।
एक तरफ गॉडसे को राष्ट्रभक्त बताते हैं दूसरे तरफ महात्मा गांधी की पूजा करने का ढोंग करते हैं देश में जुमलेबाजी करने वाली सरकार जुमलेबाजी कर भोली भाली जनता को ठगने का काम कर रही है काम की बात की जगह मन की बात होती है अमन चैन शांति को भंग करने का संप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का हर संभव प्रयास बीजेपी करती रहती है।
बी जे पी की दोहरी नीति को जान चुकीं है समझ चुकी है एवं इनके दोहरे चरित्र को समझ चुकी है उनके बताए मार्ग को अपनाकर पर चलकर ही उनके सपनों का भारत बना सकते हैं उनकी याद में आज हम लोगों ने पौधारोपण करने का काम किया है। इस अवसर पर असगर शमीम नगर जदयू के अध्यक्ष गुलरेज अंसारी मुख्य प्रवक्ता धनंजय देव महमूद बख्खो रंजीत कुमार अरविंद कुमार विनोद कुमार सिंह
अब्दुल हक अमजद सिद्धकी रंजीत चौधरी श्रवण स्वर्णकार युगलकिशोर मुखिया आकाश कु काजल सनी पटेल आदित्य कुमार विकास मेहता राजेश कुमार सोनू शर्मा सूरज कुमार डॉक्टर बृजनंदन प्रसाद मोहम्मद इमरान रिजवी किशोर कुणाल मेराजुद्दीन पवन शर्मा संजीत यादव रोशन गुप्ता सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।