खबरें टी वी : नालंदा के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में राजकीय नलकूपों को लेकर समीक्षा बैठक….जानिए पूरी ख़बर
नालंदा के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में राजकीय नलकूपों को लेकर समीक्षा बैठक..
खबरें टी वी : 9334598481 : शुभम् की रिपोर्ट : जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में मंगलवार को देर शाम जिला में राजकीय नलकूपों को लेकर समीक्षा बैठक आहूत की गई।
नालंदा जिला में कुल 417 राजकीय नलकूप हैं, जिनमें से 131 चालू स्थिति में हैं तथा 286 नलकूप यांत्रिक दोष, विद्युत दोष, संयुक्त दोष एवं अन्य कारणों से बंद हैं।
इन सभी नलकूपों को राज्य सरकार के निर्णय के आलोक में पूर्व में ही संबंधित पंचायतों को संचालन हेतु हस्तगत कराया गया था।
बंद पड़े नलकूपों की मरम्मती के लिए पंचायतों को निर्धारित प्राक्कलन के आधार पर तीन किस्तों में राशि उपलब्ध कराई जाती है। इनमें से 165 नलकूपों की मरम्मती के लिए प्रथम किस्त की राशि संबंधित पंचायतों को हस्तगत कराई गई थी, जिनमें से 101 नलकूपों के प्रथम किस्त की राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ। इनमें से 76 नलकूपों के लिए द्वितीय किस्त की राशि का भी हस्तांतरण किया गया। प्रथम किस्त की राशि प्राप्त करने वाले 165 में से 64 नलकूपों का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया है, जिसके कारण द्वितीय किस्त की राशि का हस्तांतरण नहीं हो सका है।
मरम्मती योग्य वाले नलकूपों में से कुछ नलकूप चालू भी हो गए हैं।
प्रथम किस्त का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं करने वाले 64 नलकूपों में से 20 नलकूपों में मरम्मती कार्य प्रारंभ नहीं होने की जानकारी प्राप्त हुई। 2 दिनों के अंदर इन सभी नलकूपों की मरम्मती कार्य प्रारंभ कराने का निदेश संबंधित पंचायत सचिवों को दिया गया। प्रथम किस्त का लंबित तथा द्वितीय किस्त का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी अविलंब जमा कराने का निर्देश दिया गया।
जहां भी कार्य हुआ है, परंतु कार्य प्रगति की मापी दर्ज नहीं की गई है, संबंधित कनीय अभियंता से स्पष्टीकरण पूछा गया।
विद्युत दोष के कारण बंद नलकूपों को चालू करने के लिए कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति ग्रामीण को ऐसे नलकूपों की जांच करा कर एक सप्ताह के अंतर्गत दोष को दूर कराने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने उप विकास आयुक्त राजकीय नलकूपों के मॉनिटरिंग कमिटी की नियमित बैठक कर मरम्मती कार्य की समीक्षा करने को कहा।
बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई एवं संबंधित पंचायतों के पंचायत सचिव आदि उपस्थित थे।