October 19, 2024

खबरें टी वी : बिहार के 25 जिलों में संवाद कर वापस लौटे समाजसेवी दीपक, नालंदा के समाजसेवियों ने किया भव्य स्वागत…….. जानिए पूरी खबर

बिहार के 25 जिलों में संवाद कर वापस लौटे समाजसेवी दीपक, नालंदा के समाजसेवियों ने किया भव्य स्वागत।

खबरें टी वी : 9334598481 : सत्यम की रिपोर्ट :  पर्यावरण संरक्षण , जलवायु परिवर्तन जैसे अति महत्वपूर्ण विषय पर समाज को जागरूक करने के लिए सद्भावना मंच (भारत) के संस्थापक दीपक कुमार ने जल प्रहरी मनोहर मानव के साथ बिहार के 25 जिलों में दौरा कर संवाद स्थापित किया ।
समाजसेवी दीपक कुमार विगत 25 अप्रैल से लगातार 28 मई तक यात्रा में टीम के साथ रहे ।
उनके जिले वापसी पर प्रख्यात समाजसेवी डॉ. आशुतोष कुमार मानव ,समाजसेवी शिक्षक अजीत कुमार सिंह ,सौरभ कुमार आदि ने टोपी पहनाकर भव्य स्वागत किया ।

मालूम हो कि इस यात्रा का शुभारंभ रमन मैग्सेसे सम्मान से सम्मानित प्रख्यात पर्यावरणविद जलपुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विगत 25 अप्रैल को पटना से हरी झंडी दिखाकर किया था। मालूम हो कि बिहार संवाद यात्रा बिहार के निम्न 25 जिलो जैसे सारण ,भोजपुर ,बक्सर ,कैमूर, रोहतास , औरंगाबाद , नवादा, शेखपुरा,लखीसराय , जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा,सुपौल, सहरसा, खगड़िया ,समस्तीपुर ,दरभंगा, मधुबनी सहित बेगूसराय में टीम के साथ दौरा कर राज और समाज के बीच बेहतर संवाद स्थापित किया गया । संवाद यात्रा का समापन बेगूसराय जिले के दिनकर कला भवन में भव्य जन संवाद के साथ हुआ ।

उपर्युक्त सभी जिले के जिलाधिकारी, डीडीसी , मनरेगा डीपीओ , पीओ, बीडीओ , सीओ , पंचायत प्रतिनिधियों सहित समाज के बुद्धिजीवियों का भरपूर सहयोग मिला ।
बिहार संवाद यात्रा के दौरान सभी जिलों में लोगो ने प्रकृति से प्रेम करने एवं अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का संकल्प लिया।
जल जीवन हरियाली अंतर्गत तालाब/आहार/पइन का निर्माण, चेक डैम का निर्माण, वृक्षारोपण किया जा रहा है एवं पर्यावरण अनुकूलन खेती हेतु जैविक खेती, टपकन सिंचाई एवं अन्य नई तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है।

संवाद यात्रा के संयोजक जल प्रहरी मनोहर मानव ने कहा कि जल जीवन हरियाली जैसे अभियान को और बिहार सरकार के प्रयास को संयुक्त राष्ट्र में भी सराहा गया है। पृथ्वी नि:स्वार्थ, निशुल्क हमें सारी सुविधाएं प्रदान करती है ।बदले में हम सभी को अपने इस धरा को स्वच्छ, सुंदर, प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास करना चाहिए ।साथ ही बच्चों के अंदर प्रकृति के प्रति विशेष लगाव एवं बच्चों की भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास करना चाहिए, जिससे हम एक भावी पीढ़ी को प्रकृति संरक्षक के रूप में निर्माण कर सकें।
समाजसेवी दीपक कुमार ने परंपरागत रूप से नदियों, तालाबों, कुओं के संरक्षण करने के लिए प्रयास करने पर अधिक बल दिया ।साथ ही सभी लोगों से प्रकृति के संबंध में अपने विशेष योगदान के द्वारा प्रकृति की सुंदरता, जमीन के जल स्तर को बढ़ाने, वायु को स्वच्छ रखने, पानी को प्रदूषण मुक्त करने, अपने आसपास के वातावरण को पर्यावरण अनुकूलन रखने के लिए अपना बहुमूल्य योगदान देने की अपील की ।जिससे भावी पीढ़ी को हम एक स्वच्छ वातावरण दे सके।

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