ख़बरे टी वी – बिहार सरकार की कैबिनेट मीटिंग में 29 एजेंडो पर लगी मुहर साथ ही लिए गए कई अहम फैसले पहली बार ज्ञान और मोक्ष की भूमि गया में मंत्रिपरिषद की बैठक संपन्न
बिहार सरकार की कैबिनेट मीटिंग में कई योजनाओं को मिली स्वीकृति साथ ही लिए गए कई अहम फैसले, ज्ञान और मोक्ष की भूमि गया में पहली बार संपन्न हुई बिहार मंत्रिपरिषद की बैठक।
गया के राज्य वानिकी प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में बिहार केबिनेट की बैठक में 29 एजेंडो पर लगी मुहर, जिसमे जल संसाधन विभाग, पशु मत्स्य संसाधन विभाग,परिवहन विभाग,राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग,स्वास्थ्य विभाग,समाज कल्याण विभाग सहित कई विभागो के 29 एजेंडो पर मुहर लगी। जिसमे गंगा का पानी का जल शोधन संयंत्रों में शोधित कर गया , बोधगया, राजगीर , नवादा कई जिलों में पेयजल आपूर्ति की जाएगी।जिसमें 2836 करोड़ रुपये की प्राक्कलित राशि तय की गई है जिसमे प्रथम चरण की योजना जून 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
गया में हो रहे बिहार कैबिनेट की मीटिंग में कई मुद्दों पर फ़ैसले लिए गए जिसमें कुछ प्रमुख मुद्दे निम्नलिखित है
जल संसाधन विभाग द्वारा
फल्गु नदी के तट पर बसा हुआ गया शहर पर्यटन के दृष्टिकोण से विश्व के मानचित्र पर है बोधगया स्थित बोधि मंदिर देश विदेश के बौद्ध धर्मावलंबी के लिए पवित्र स्थल है जो यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत के रूप में घोषित किया है पितृपक्ष के अवसर पर विष्णुपद मंदिर के निकट पितरों को मोक्ष दिलाने हेतु काफी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं, जिसमें उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है, उल्लेखनीय है कि गया शहर के चांदचौरा चौक के निकट भूगर्भ जल के स्तर में विगत 1 साल में 0.52 मीटर की कमी हुई है, पेयजल की कमी के कारण गया शहर में तो पानी के टैंकर से भी जलापूर्ति की जा रही है, इस दृष्टिकोण से गया तथा बोधगया शहर में पेयजल की सुनिश्चित सुविधा मुहैया कराई जानी आवश्यक है|
राजगीर में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर महत्व के ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल अवस्थित है राजगीर शहर में अंतरराष्ट्रीय / राष्ट्रीय पैमाने के राष्ट्रीय संस्था संचालित है और विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित विक्रांतमक योजनाएं निर्माणाधीन एवं प्रस्तावित है पर्यटक एवं संस्थानों से संबंद्व कर्मियों /प्रबुद्ध जनों की आवश्यकता के लिए राजगीर शहर में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना है, विगत एक दशक में भू गर्भ जलस्तर में राजगीर में तो 5.06 मीटर की कमी हुई है|
इसी प्रकार नवादा शहर में भी विगत 9 सालों में भूगर्भ जलस्तर में 1.95 मीटर की कमी हुई है|
गंगा नदी के जल को मात्र मॉनसून अवधि में 4 माह [जुलाई से अक्टूबर] के बीच उदवह कर इस 4 माह में गंगा नदी से उदवह के साथ जल शोधन संयंत्रों में शोधित कर गया, बोधगया, राजगीर एवं नवादा शहरों में पेयजल का वितरण भी किया जाएगा तथा इन शहरों के शेष छह माह की पेयजल की आवश्यकता का भंडारण भी किया जाएगा, भंडारण जल को जल शोधन संयंत्र में शोधित कर 8 माह में गया, बोधगया, राजगीर एवं नवादा में पेयजल का वितरण किया जाएगा| गया, राजगीर , नवादा शहरों में निकटतम स्थलों पर एक एक जल शोधन संयंत्र की भी स्थापना की जाएगी जल भंडारण के फल स्वरुप पूरे क्षेत्र में भूगर्भ जल का रिचार्ज भी होगा कार्य का विस्तार एवं मात्रा के मद्देनजर योजना का कार्यान्वयन दो चरणों में कराया जाएगा|
प्रथम चरण में गया बोधगया एवं राजगीर शहरों को पेयजल आपूर्ति हेतु योजना प्रतिवेदन तैयार किया गया है, इसकी अनुमानित राशि 2836 करोड़ रुपए है| प्रथम चरण की योजना को जून 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है।
प्रथम चरण में मराची गांव के निकट गंगाजल का उदवह कर मराची, सरमेरा, बरबीघा, गिरियक, गिरियक -राजगीर, गिरियक -वनगंगा, तपोवन, जेठियन, बीकापुर, दशरथमांझी, दशरथमांझी पास, वजीरगंज, गया के रास्ते पाइप लाइन के माध्यम से गया बोधगया एवं राजगीर शहरों के लिए पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाना है घोड़ा कटोरा झील एवं पंचानन नदी के बीच बांध का निर्माण घोड़ा कटोरा झील, तीतर पंचायत में बिकैयपुर ग्राम स्थित पहाड़ी के निकट बांध का निर्माण तथा गया के मानपुर स्थित अबगिल्ला पहाड़ी में जलाशय का निर्माण कर जल भंडारण किया जाएगा |
द्वितीय चरण में गया, बोधगया, राजगीर शहरों के अतिरिक्त नवादा शहर के लिए भी वर्ष 2051 तक के लिए प्रक्षेपित जल की मांग की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाएगा, द्वितीय चरण के कार्य को मार्च 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य|
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा
सी डब्ल्यू जे सी संख्या 7863 / 2014 में माननीय उच्च न्यायालय पटना द्वारा दिनांक 05 -04 – 2018 को पारित न्याय निर्णय के आलोक में डॉक्टर सुबोध कुमार तत्कालिक भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी दुल्लहपुर वैशाली हाजीपुर के सरकारी सेवा से की गई बर्खास्तगी को वापस लिए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई|
परिवहन विभाग द्वारा
सड़क सुरक्षा पर गठित माननीय सर्वोच्च न्यायालय की समिति द्वारा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं उससे होने वाली मृत्यु में कमी लाने के उद्देश्य से वैसी सड़क दुर्घटना है, जिसमें 3 या उससे अधिक व्यक्ति की मृत्यु हुई हो अथवा गंभीर रूप से घायल हुए हो, की तकनीकी एवं वैज्ञानिक तरीके से जांच किए जाने हेतु एवं जांच दल के गठन करने एवं इस हेतु स्कीम बनाने हेतु बिहार मोटर गाड़ी नियमावली 1992 के नियम 215 के उपनियम के पश्चात एक उपनियम 5 अंततः स्थापित किया जा रहा है, ताकि सड़क सुरक्षा पर गठित माननीय सर्वोच्च न्यायालय की समिति द्वारा किए गए अनुशंसा का क्रियान्वयन किया जा सके|
वायु परिवहन परिवेश की गुणवत्ता को बनाए रखने हेतु यह आवश्यक है, कि वाहन जनित प्रदूषण को नियंत्रण किया जा सके राज्य में वर्तमान में कुल 504 प्रदूषण जांच केंद्र संचालित एवं कार्यरत है, राज्य के हर प्रखंड स्तर पर वाहन प्रदूषण जांच केंद्र खोलें जाने का निर्णय परिवहन विभाग द्वारा लिया गया है| वर्तमान में कुल 205 प्रखंडों में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र संचालित एवं कार्यरत है, राज्य के शेष कुल 329 प्रखंडों में संप्रति वाहन प्रदूषण जांच केंद्र स्थापित नहीं है, राज्य के हर प्रखंडों में वाहन प्रदूषण जांच केंद्र की स्थापना हेतु अनुज्ञप्ति प्रदान करने की शक्ति राज्य परिवहन आयुक्त बिहार के स्थान पर जिला परिवहन पदाधिकारी को शक्ति का प्रत्यायोजन किया गया है|
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग
सुपौल जिला अंतर्गत निर्मली अनुमंडल निर्मली अंचल के मौजा कुनौली थाना नंबर 1 खाता नंबर 1037 खेसरा नंबर 4578 रकबा 0. 16 एकड़ तथा मौजा बथनाहा थाना नंबर 4 खाता संख्या 180 खेसरा संख्या 496 रकबा 2 दशमलव 44 एकड़ अर्थात कुल रकबा 2.60 एकड़ कोसी योजना जल संसाधन विभाग के स्वामित्व की बिहार सरकार की भूमि को कस्टम विभाग के भवन निर्माण के लिए कुल पंजीकृत मूल्य एक करोड़ 18 लाख 35 हजार रुपए मात्र के भुगतान पर कस्टम विभाग भारत सरकार को स्थाई स्थानांतरण की स्वीकृति
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा
डॉ प्रभात कुमार चिकित्सा पदाधिकारी सदर अस्पताल खगड़िया को दिनांक 4:10 20 सौ ग्यारह से लगातार अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के आरोप में सेवा से बर्खास्त करने के संबंध में|
सहित कई विभागों में कई बिंदुओं पर कैबिनेट में लिए गए फैसले|