November 23, 2024

ख़बरे टी वी – बिहार के तेजतर्रार श्रेणी में आने वाले शशांक शुभंकर नालंदा जिले के जिलाधिकारी बने, जानें इनके बारे में कैसी रही है उनकी कार्यशैली…… पढ़िए पूरी खबर

 

 

Khabre Tv – 9334598581 – ब्यूरो रिपोर्ट  – नालंदा जिला में कुशल नेतृत्व वाले योगेंद्र सिंह जिलाधिकारी के बाद बिहार के तेजतर्रार श्रेणी में आने वाले शशांक शुभंकर नालंदा जिले के जिलाधिकारी बने, जो पूर्व में बिहार के समस्तीपुर के जिलाधिकारी रहे हैं। शशांक शुभंकर समाज के प्रति अपने समझदारी के साथ कार्यशैली के लिए यह जाने जाते रहे हैं।
मैं आपको बतला दूं ये जिस भी जिले में रहे हैं वहां विकास और अपने स्वभाव के कारण लोकप्रिय बने रहे। 

 

अगर थोड़ी इनकी निजी जिंदगी में झांके तो, श्री शुभंकर का जन्म 11- 09 – 1991 को हुआ। उनका परिवार कई पीढ़ियों से प्रशासन सेवा में है। उनके दादा स्व. सिद्धेश्वरी नाथ सम्मिलित बिहार-झारखंड के प्रशासनिक अधिकारी थे और पिताजी अनिल कुमार सिन्हा झारखंड सरकार में अधिकारी हैं।
 डीएवी पब्लिक स्कूल रांची के स्टूडेंट रहे श्री शुभंकर साथ ही वो पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहे हैं और बचपन में ही उन्होंने अपनी मंशा साफ करते हुये, भारतीय सिविल सर्विसेज में जाने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया था। 

 

 कक्षा मैट्रिक और इंटर परीक्षाओं में बैच टॉपर भी रहे। उन्होंने वेल्लोर के वीआईटी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडल के साथ बीटेक की डिग्री ली ।
उसके बाद वे सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गये। जिसके बाद उन्हें सन 2014 बैच में कामयाबी मिली और वे बिहार कैडर के आई ए एस बने। इनकी जीवन संगिनी भी वर्ष 2014 बैच की उदिता सिंह है जो बिहार कैडर की आई ए एस अधिकारी हैं ।

 

 

इनका शुरुआती दौर वर्ष  2015 में यूथ अफेयर्स  एंड  स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री में शशांक असिस्टेंट सेक्रेटरी बनाये गये थे और बाद में उन्हे डी डी सी आरा बनाया गया। श्री शुभंकर आरा में डी डी सी रहते हुए सरकारी योजनाओं को काफी आगे बढ़ाया, शशांक शुभंकर को प्रमोशन देते हुए अगस्त 2019 में समस्तीपुर के जिलाधिकारी का चार्ज मिला।

 

 

जहाँ उन्होंने जिले में विकास के लिए हर समय तत्पर्य रहे, और शायद एक भी ऐसा विभाग रहा हो जिसमें उन्होंने विकास के आयाम ना जुड़े हो । यही कारण रहा कि वह हर एक दिन , लोगों के बीच में अपना कुशल व्यवहार और कार्य क्षमता के बल पर लोकप्रिय होते चले गए और आज यही कारण है जो वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालन्दा में जिला अधिकारी के तौर पर उन्हें लाया गया है।