ख़बरे टी वी – नालंदा के डी एम श्री सिंह द्वारा उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में मत्स्य, गव्य, पशुपालन, डेयरी, कंफेड, सहकारिता, कृषि एवम वानिकी का बैंकों में लंबित के सी सी आवेदनों की समीक्षा की
Khabre Tv – सत्यम की रिपोर्ट – नालंदा के जिला पदाधिकारी श्री योगेन्द्र सिंह द्वारा उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में मत्स्य, गव्य, पशुपालन, डेयरी, कंफेड, सहकारिता, कृषि एवम वानिकी का बैंकों में लंबित के सी सी आवेदनों की समीक्षा की गई।
जिला पशुपालन पदाधिकारी ने प्रखंड स्तर पर लगाए जाने वाले कैंप में के सी सी के प्राप्त आवेदन की जानकारी दी।जिला पदाधिकारी ने मॉडल फॉर्मेट में आवेदन भरकर आवेदक को उपलब्ध कराने का निदेश दिया ताकि आवेदन बैंकों से लौट न पाए।बताया गया कि 329 आवेदन बैंकों को दिए गए हैं।
जिला पदाधिकारी ने पशुपालन कार्यालय से बकरी तथा मुर्गी पालन हेतु के सी सी आवेदन जीविका के माध्यम से प्राप्त कराने के लिए जीविका के जिला प्रबंधक को निदेश दिया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को के सी सी के तहत आच्छादित किया जा सके।
जिला मत्स्य कार्यालय से भी निजी तालाबों से संबंधित के सी सी आवेदन जीविका दीदी के माध्यम से भिजवाने का निदेश दिया गया ताकि मत्स्य कार्यालय के अतिरिक्त भी तालाबों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए जा सके।मत्स्य विभाग से कुल 20 आवेदन भेजे गए थे जिसमें 05 स्वीकृत किए गए तथा 15 रिजेक्ट कर दिए गए।जिला पदाधिकारी ने निदेश दिया कि अस्वीकृत आवेदनों को पुनः ठीक कर बैंक को भेजें अगर लाभुक की योग्यता के सी सी के लिए उपयुक्त हो।
जिला गव्य विकास पदाधिकारी ने बताया कि उनके यहां से भेजे गए 32 आवेदन बैंकों द्वारा स्वीकृत कर लिए गए हैं।बताया गया कि उनके कार्यालय से कुल 121 आवेदन इस वित्तीय वर्ष में भेजा गया है।
जिला पदाधिकारी ने अग्रणी बैंक प्रबंधक को निदेश दिया कि बैंकों से आवेदन लौटाने के पहले विभाग के नोडल पदाधिकारी से बात की जाय ताकि उन्हें शीघ्र ठीक करा लिया जाय।
गव्य विकास कार्यालय तथा कंफेड कार्यालय को एक दूसरे के साथ समन्वय बनाकर आवेदन बढ़ाने के निदेश दिए गए।
जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि 61000 निबंधित किसानों को भी के सी सी आवेदन के लिए प्रेरित करें।
जिला पदाधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा के सी सी आवेदन में खराब निष्पादन पर जिला कृषि पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछा।