October 19, 2024

ख़बरे टी वी – शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का दिन बड़ा ही पावन और पुनीत है क्योकि आज ही के दिन आज से लगभग 5500 सौ वर्ष पूर्व योगेश्वर भगवान श्री कृष्णा ने……जानिए पूरी खबर

 

मदभागवत गीता के श्लोकों से गुंजयमान हुआ राजगीर शहर।

 

 

 

Khabre Tv – 9334598481 – आदित्य की रिपोर्ट – राजगीर :- आज के ही दिन शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का दिन बड़ा ही पावन और पुनीत है क्योकि आज ही के दिन आज से लगभग 5500 सौ वर्ष पूर्व योगेश्वर भगवान श्री कृष्णा ने कुरुक्षेत्र के युद्ध स्थल मे “मोक्षदा एकादशी” के दिन अर्जुन को श्री मद भागवत गीता का ज्ञान दिया था ।

उक्त बातें अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. धीरेंद्र उपाध्याय ने देवीस्थान के प्रांगण में गीता जयंती समारोह के अवसर पर कहा उन्होंने कहा कि गीता का ज्ञान केवल अर्जुन के लिये नहीं अपितु सारे संसार के हर प्राणी के लिये अति उपयोगी है, वर्तमान परिवेश मे जब हिंसा, कलह, तनाव, विषाद जैसे दुष्यंवृतियों से मानव समाज त्राहि -त्राहि हो रहा है, श्री मद भागवत गीता की सदुपयोगिता और बढ़ जाती है।

 

 

मौके पर जैन सन्त सोहम मुनि जी महाराज ने कहा कि गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है कि जब सत्य से असत्य की लड़ाई होगी तो सत्य अकेले खड़ा होगा और असत्य की फौज लंबी होगी क्योंकि असत्य के पीछे मूर्खों का झुंड होगा।

मौके पर राजगीर के पूर्व रेलवे स्टेशन प्रबंधक मंतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि केवल गीता का यही दिव्य ज्ञान मानव मात्र की रक्षा कर सकता है, अतएव संसार चक्र मे पीड़ित मानवता के कल्याण के लिये इस दिव्य ज्ञान का दान करे।

मौके पर निरजा कन्या उच्च विद्यालय के प्राचार्य नित्यानंद उपाध्याय जी ने कहा कि भागवत गीता के 18 वे अध्याय मे स्वयं योगेश्वर श्री कृष्णा कहते है “हे अर्जुन जो मेरे और तुम्हारे बीच के इस संवाद को दूसरों से कहता है इसका दान करता है वो मेरा सबसे प्यारा भक्त है ।

 

 

मौके पर आरडीएच हाई स्कूल के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक डॉ जयनंदन पांडेय ने कहा कि पद्म पुराण मे भी कहा गया है सब दानो मे अन्न दान श्रेष्ठ है पर अन्न दान से भी श्रेष्ठ है विद्या दान और विद्या दान मे भी भक्ति की विद्या दान अति श्रेष्ठ है।

अतएव इस अति पावन शुभ अवसर पे गीता दान का अतिशय पुण्य है, तो आप सब हरि भक्तों से विनीत निवेदन है कि अवश्य गीता दान के इस महायज्ञ मे भाग ले और योगेश्वर श्री कृष्णा की अतिशय कृपा प्राप्त करे।

 

मौके पर नगर परिषद राजगीर के ब्रांड एंबेसडर भैया अजित ने कहां की भगवान कृष्ण की पावन धरती राजगीर में गीता जी के जयंती मनाया जा रहा है । यह अपने आप में एक अलग पहचान है। जब तक हमारा तन मन स्वच्छ नहीं होगा तब तक हम लोग अच्छा सुकर्म नहीं कर पाएंगे इसलिए भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कर्म प्रधान विश्व करि राखा जो जस करही तसहि फल चाखा।

 

इस मौके पर समाजवादी नेता उमराव प्रसाद निर्मल ने कहा कि भगवान कृष्ण राजगीर में भीम के साथ जरासंध से मल युद्ध के लिए पधारे थे ऐसी पावन धरती राजगीर को हम नमन करते हैं और हमें गर्व है कि हम इस पवन धरती के निवासी हैं।
मंच का संचालन एलआईसी के विकास अधिकारी सुधीर कुमार उपाध्याय ने किया।

मौके पर जागरूकता अभियान के समन्वयक समाजसेवी रमेश कुमार ने कहा कि यह धन्य है पावन धरती जहां भगवान कृष्ण जी पधारे हैं और यह धरती से पूरे विश्व को ज्ञान दिया गया इसलिए यह धरती नमन के काबिल है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है जब जब इस धरती पर धर्म का विनाश होता है और अधर्म की उत्पत्ति होती है तब तक मैं इस धरती पर अवतार लेता हूं , मगध की धरती हर एक 25 वर्ष बाद करवट बदलती है इसलिए राजगीर में इसको शुरुआत देखी जा रही है आज गीता जयंती के अवसर पर उपस्थित तमाम लोगों को मेरी तरफ से शुभकामनाएं।

 

 

मिडिल स्कूल राजगीर के सहायक शिक्षक अनिल पासवान, भुवन भास्कर, श्री देवी स्थान मंदिर राजगीर के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद , सचिव निरंजन कुमार साहू, कोषाध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, संजय कुमार उपाध्याय, संजय कुमार, कैलाश उपाध्याय, अवकाश प्राप्त शिक्षक मन्नू प्रसाद, कैलाश प्रसाद सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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