ख़बरे टी वी – पावापुरी में बुधवार को जैन धर्म 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर 2547 वें निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन… कौन-कौन थे शामिल जानिए पूरी खबर
Khabre Tv- 9334598481 – बसंत की रिपोर्ट – गिरियक प्रखंड के पावापुरी में बुधवार को जैन धर्म 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर 2547 वें निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार एवं नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने किया।
बता दें कि इस बार कोरोना महामारी के कारण निर्वाणोत्सव पर पावापुरी में सन्नाटा पसरा है। वहीं सारा धार्मिक अनुष्ठान का भी सिर्फ औपचारिकताएं पूर्ण की गई। कमिटी के पदाधिकारियों द्वारा मंत्री को तिलक लगाकर , माला-पट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। पिछले वर्ष की तरहः इस वर्ष भी कोविड गाइड लाइन के मुताबिक जैन मंदिर प्रबंधन भी महोत्सव को सादगीपूर्ण तरीके से मनाने का फैसला किया गया ।
बुधवार को दिगम्बर जैन मंदिर परिसर में मानस्तम्भ के समक्ष जैन ध्वजारोहण बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ,सांसद कौशलेंद्र कुमार ने सयुक रूप से किया । इस अवसर पर बिहार स्टेट दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमिटी के उपाध्यक्ष अजय कुमार जैन, मानद मंत्री पराग जैन उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की शुरुआत दिगम्बर जैन मंदिर में प्रात: नित्य अभिषेक, पंचामृत अभिषेक, शांतिधारा, विशेष पूजन, ध्वजारोहण के साथ किया गया। इसके पश्चात भगवान महावीर मूलवेदी मंदिर में मनोकामना सिद्धि विधान का आयोजन हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा अहिंसा परमो धर्म , जियो और जीने का जो भगवान महावीर ने उपदेश दिया था उसके माध्यम से ही पूरा विश्व शांति पा सकता है।
उन्होंने कहा कि जैन धर्म के 24वें एवं अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी इसी स्थान से विश्व को शान्ति का पढाया था। उन्होंने कहा कि जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर महावीर स्वामी अहिंसा के मूर्तिमान प्रतीक थे। उनका जीवन त्याग और तपस्या से ओत-प्रोत था। हिंसा, पशुबलि, जाति-पाति के भेदभाव जिस युग में बढ़ गए, उसी युग में ही भगवान महावीर ने जन्म लिया। उन्होंने दुनिया को सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया। पूरी दुनिया को उपदेश दिए।
इसके पश्चात मंदिर जी के मुख्य द्वार परिसर में मंत्री श्रवण कुमार ने जैन धर्म के पंचरंगा ध्वज का ध्वजारोहण व द्वीप प्रज्वलित कर मांगलिक क्रियाएँ पूर्ण कर भव्य भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव का शुभारम्भ किया। मंत्रोच्चार से पूर्ण स्वर्ण कलश को मस्तक से लगाकर सभी ने नमन किया।