October 18, 2024

ख़बरे टी वी – केंद्रीय मंत्री श्री सिंह ने दो दिवसीय दौरे पर कहा, विश्वशांति, सद्भाव की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान नालंदा विश्वविद्यालय का रहेगा……

Khabre Tv – 9334598481 – ब्यूरो रिपोर्ट – केंद्रीय विदेश एवं शिक्षा राज्यमंत्री डॉक्टर राजकुमार रंजन सिंह नालंदा विश्वविद्यालय के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अपनी यात्रा के दूसरे दिन उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के नवनिर्मित टीचिंग ब्लॉक का उद्घाटन किया। आज कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह ने उन्हें विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों और विकास कार्यों से अवगत कराया।

इस मौके पर माननीय मंत्री महोदय ने कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह के नेतृत्व में नवनिर्मित नालंदा विश्वविद्यालय की प्रगति पर ग्रहण संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कुलपति द्वारा यह महत्व कार्य भारतीय नारी शक्ति की अभूतपूर्व क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है।


उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर के निर्माण में प्राचीन नालंदा की वास्तु शैली के सम्मेलन समन्वय की सराहना करते हुए हरित परिसर, जल संसाधन मितव्ययिता वर्षा, जल – संचय और नेट जीरो जैसे प्रयोग की भी सराहना की।

उन्होंने आशा व्यक्त की,  कि नालंदा परिवार विश्व शांति सद्भाव की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेगा । माननीय मंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि नालंदा जैसी ज्ञान की संस्थाएं वर्तमान समय में हमारे अंतर संबंधों और समझ को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है,

नालंदा विश्वविद्यालय  “समावेश, सद्भाव , शांति, ज्ञान , प्रेरणा रचनात्मक और नवाचार ” के प्रतीक के रूप में अपना स्थान बना रहा है, उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के छात्रों की भागीदारी नालंदा के समावेशी अनुभव को समृद्ध करती है।  जिसका उपयोग मानवता की समृद्धि के लिए एक ‘नॉलेज ईको सिस्टम ‘ को विकसित करने के लिए किया जा सकता है।

वहीं कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह ने विगत वर्षों में नालंदा विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियों और निर्माण कार्यों की प्रगति पर एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से माननीय मंत्री को अवगत कराया। उन्होंने युवाओं के भविष्य को आकार देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बताया , शिक्षा के उद्देश्यों की चर्चा करते हुए कुलपति ने कहा कि हमारे नालंदा की शिक्षण पद्धति में भारत को भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा और आधुनिक बौद्धिक अन्वेषणों समन्वय किया गया है, जिससे भविष्य के वैचारिक नेतृत्व करने वाली पीढ़ी का सृजन हो सके।

सदियों तक नालंदा शिक्षा का प्रतिष्ठित केंद्र रहा था जिसने पूरे एशिया के विद्वानों को आकर्षित किया और अंतर- एशिया ज्ञान और वार्ता का केंद्रबिंदु बन गया. आज का नालंदा विश्वविद्यालय भी वैश्विकृत दुनिया के लिए आशा ज्ञान और सुरक्षा के एक प्रकाश स्तंभ के रूप में उभर रहा है ।

माननीय मंत्री ने अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ विश्वविद्यालय के विभिन्न भवनों और नवनिर्मित सुविधा केंद्रों का दौरा किया इस दौरान विश्वविद्यालय के में हाल ही में बनाए गए स्कूलों और केंद्रों के बारे में बताने के लिए स्वयं कुलपति प्रोफेसर सुनैना सिंह और फैकेल्टी मेंबर्स के साथ-साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे ।

माननीय मंत्री के सम्मान में विश्वविद्यालय के मीनिं और ऑडिटोरियम में छात्रों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों ने विश्वविद्यालय के बहुसंस्कृति विविधता का प्रदर्शन किया।

ध्यातव्य है कि विश्वविद्यालय में 30 से अधिक देशों के छात्र अध्ययनरत है, माननीय मंत्री की यह यात्रा एशियाई पुनरुत्थान के प्रति के रूप में प्राचीन नालंदा ज्ञान परंपरा के पुनरुद्वार के लिए किया जा रहा भारत सरकार के प्रयास को दर्शाती है।

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