ख़बरे टी वी – जीवन में हरियाली हो, घर – घर में खुशहाली हो , एक वृक्ष सौ पुत्र समान, पेंड पौधा लगाना है, अमरूद- कटहल के पाँच सौ पौधों का हिलसा में हुआ निशुल्क वितरण…
अमरूद- कटहल के पाँच सौ पौधों का हिलसा में हुआ निशुल्क वितरण.
Khabre Tv – 9334598481 – अभिषेक शर्मा की रिपोर्ट – हिलसा( नालन्दा ) पर्यावरण बचाने की मुहिम को तेज करते हुए मिशन हरियाली नूरसराय के द्वारा पाँच सौ अमरूद एवं कटहल के पौधे निशुल्क वितरित किए तथा जीवन में हरियाली लाने का संदेश दिया गया .
सूर्यमंदिर तालाब परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में ज़िला आइकॉन डा. आशुतोष कुमार मानव, मिशन हरियाली नूरसराय के संस्थापक राजीव रंजन भारती,शिक्षाविद सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा ने सर्वप्रथम कटहल एवं अमरूद के पौधे लोगों को देते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की तथा पर्यावरण संरक्षण को पुण्य कार्य बताया .
श्री भारती के कार्यों की सराहना करते हुए डा. मानव ने कहा कि मिशन हरियाली के सभी सदस्यों द्वारा पर्यावरण के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास सचमुच अनुकरणीय हैं. उन्होंने कहा कि प्रकृति ने जितना हमें दिया है उसका छोटा सा अंश भी अगर हम वापस दे पाएँ तो यह सचमुच मानव जीवन का बड़ा सौभाग्य होगा.
जिस तेज़ी के साथ आज कल पेंड काटे जा रहे हैं उससे भी अधिक तेज गति से पौधों को लगाने की दरकार है वरना आने वाले समय में खुले में साँस लेना भी मुश्किल हो जाएगा. पौधा वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए, मिशन के संस्थापक राजीव रंजन भारती ने कहा कि पौधे केवल लगा देना ही काफ़ी नहीं है, बल्कि इसकी सुरक्षा की भी गारण्टी लेनी होगी तभी पर्यावरण को बचाया जा सकता है.
वक्ताओं ने कहा कि यह अभियान जब तक आंदोलन का रूप नहीं लेगा तब तक ज़ोरदार प्रयास जारी रहेगा. लोगों ने पौधा वितरण तथा पौधरोपण अभियान को सबसे बड़े पुण्य की संज्ञा दी तथा अपने जीवन में कम से कम पाँच पौधे लगाने का युवा वर्ग से आह्वान किया. समाजसेवियों ने उपस्थित लोगों से अधिक से अधिक पेंड लगाने की अपील की .
इस मौक़े पर जीवन में हरियाली हो, घर घर में खुशहाली हो , एक वृक्ष सौ पुत्र समान, पेंड पौधा लगाना है, पर्यावरण बचाना है जैसे नारे लगा ग्रामीण छात्र युवकों को हरियाली के प्रति सचेत और जागरुक किया गया. कार्यक्रम में समाजसेवी मधुसूदन कुमार, शिक्षाविद सत्येंद्र प्रसाद सिन्हा, नवीन कुमार , मृत्युंजय कुमार पाठक , राज किशोर प्रसाद, समेत दर्जनों समाजसेवी उपस्थित थे.