ख़बरे टी वी – मानसिक रोगों के इलाज के लिए अब बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं…..पढ़े पूरी खबर
मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा तो शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा…
Khabre Tv – 9334598481 – बसंत की रिपोर्ट – वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी के मनोरोग विभाग में शनिवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । हर वर्ष के बाद के भांति इस वर्ष *मेंटल हेल्थ अनइक्वल वर्ल्ड* के थीम पर विम्स पावापुरी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
बता दे कि हर वर्ष 10 अक्टूबर को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन द्वारा घोषित विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को पूरी दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए मनाया जाता है, ताकि लोग इसके महत्व को समझ सकें कि किसी व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही साथ मानसिक स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है.
इस मौके पर प्राचार्य डॉ पीके चौधरी ने बदलती जीवन शैली के चलते होने वाले मानसिक समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन की वजह से दुनिया में बहुत सारे लोग सोशल स्टिग्मा, डिमेंशिया, हिस्टिरिया, एग्जाइटी, आत्महीनता जैसी कई तरह की दिक्कतों और मानसिक बीमारियों से प्रतिवर्ष शिकार हो रहे हैं.
इन दिक्कतों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है ,जिससे लोग मानसिक दिक्कतों और बीमारियों के प्रति जागरूक हों और समय रहते अपना इलाज करवा सकें.
वही विम्स के मनोरोग विभाग के विभागाध्यक्ष इस विभागाध्यक्ष डॉ अमरदीप कुमार ने बताया कि कोरोना के चलते दुनिया में असमानता बढ़ गई है, इसका असर ना केवल लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ा है, बल्कि लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका बहुत बुरा असर देखने को मिल रहा है .
एक अनिश्चितता भरे दुनिया में लोग जीवन को आगे बढ़ने की आपाधापी में अपना सामान्य जीवन भूल जाते हैं, जिससे उन्हें हर कदम पर बेचैनी आनंदरा चिड़चिड़ा हसन कमजोर एस सिरदर्द के समस्याओं से जूझना पड़ता है, उन्होंने बताया कि कैसे कोरोना वायरस हुए लॉकडाउन में मनोरोग विभाग द्वारा उन मानसिक रोगों से ग्रसित मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया ।
मानसिक रोगों के इलाज के लिए अब बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं.
पहले बिहार के लोगों को मानसिक रोग के इलाज के लिए रांची स्थित मेंटल हॉस्पिटल का के या दूर दिल्ली-मुंबई जैसे दूसरे राज्य जाना पड़ता था । इससे उस व्यक्ति के अलावा पूरे परिवार को समस्याओं से जूझना पड़ता था . अब मानसिक रोग से जुड़े हर तरह की बीमारी का इलाज पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है .
उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि मानसिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाए एवं उन्हें इलाज कराने में मदद कर
इस अवसर पर गेम्स के अधीक्षक डॉ ज्ञान भूषण ने लोगों को बीमारी के आरंभिक लक्षणों को देखते ही इलाज की जरूरत के बारे में बताया.
इस अवसर पर एसआर डॉक्टर विनय कुमार एसआर डॉक्टर राजीव कुमार सहित कर्मचारी एवं मरीज उपस्थित रहे