ख़बरे टी वी – नालंदा के युवाओं में है जुनून और हौसला कहा भर्ती ऑफिसर – कर्नल मलिक ….
भर्ती ऑफिसर ने सेना में भर्ती के बताए गुर
नालंदा के युवाओं में है जुनून और हौसला कहा भर्ती ऑफिसर – कर्नल मलिक
Khabre Tv – 9334598481 – शुभम की रिपोर्ट – 38 बिहार बटालियन एनसीसी बिहारशरीफ के बैनर तले किसान कॉलेज में चल रहे संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर 14 में आज (ए आर ओ, गया) आर्मी भर्ती अधिकारी कर्नल कुलवंत सिंह मलिक ने कैडेटों को सेना में जाने के लाभ एवं सेना में भर्ती के नियम, डिग्री, फिजिकल फिटनेस, आदि के बारे में विस्तार से बताया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए कैंप के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राजीव बंसल ने गया रेंज के सेना भर्ती अधिकारी कर्नल कुलवंत सिंह मलिक की प्रशंसा करते हुए कहा कि कर्नल मलिक एक जांबाज और होनहार भारतीय अधिकारी हैं हमारे पुराने मित्र भी हैं और काफी प्रयास के बाद नालंदा में पहली बार एनसीसी बच्चों के बीच सेना में भर्ती होने के गुण और गुर बताने आए हैं गया रेंज में कुल 11 जिला आते हैं
जिसमें नालंदा नवादा गया शेखपुरा लखीसराय जमुई अरवल जहानाबाद औरंगाबाद रोहतास और कैमूर शामिल हैं कर्नल राजीव बंसल ने उम्मीद जताई कि एनसीसी कैडेटों के लिए और सेना में भर्ती होने वाले युवाओं के लिए यह आज का क्लास काफी लाभकारी सिद्ध होगा। भर्ती अफसर कर्नल कुलवंत सिंह मलिक ने बताया कि आर्मी में भर्ती होने के फायदे यह है कि इंसान को अपने आप पर गर्व होता है कि मैं भारतीय सेना में हूं और
भारतीय सेना दुनिया की सबसे मजबूत सेना मानी जाती है, सेना में भर्ती होने से पूरे देश भ्रमण करने का मौका मिलता है समाज में उच्च मान सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है, सेना की नौकरी साफ-सुथरी नौकरी मानी जाती है, हमेशा फिजिकल फिट एवं मेंटल फिट रहने से किसी तरह की बीमारियां नहीं होती है। उन्होंने दलालों से सावधान रहने की नसीहत दी साथ ही साथ अपने पढ़ाई की डिग्रियां दुरुस्त रखने का ज्ञान भी दिया उन्होंने कहा सेना में जाने वाले सभी युवा एवं आम युवा भी हमेशा खींचकर फिट रहे हैं दौड़ योगा हमेशा करते रहें।
नालंदा में पर कैंप कमांडेंट कर्नल राजीव बंसल ने 11 इंच के भर्ती ऑफिसर करनाल कुलवंत सिंह मलिक को एक प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन डिप्टी कैंप कमांडेंट और फाइव बटालियन आरा के कमांडिंग अफसर कर्नल सत्यानंद ठाकुर ने किया। इस अवसर पर सूबेदार मेजर बाबूलाल मल्ही, कैप्टन डॉक्टर अनुज कुमार, लेफ्टिनेंट डॉक्टर शशिकांत कुमार टोनी, लेफ्टिनेंट डॉ अनुज कुमार, लेफ्टिनेंट डॉक्टर संजय कुमार, सूबेदार भरत गुरुंग, धनंजय सिंह, धर्मेंद्र भारद्वाज, करनैल सिंह,
हवलदार रमेश साले, संदीप कुमार , विजय शंकर प्रसाद, अखिलेश्वर कुमार, गोपाल सिंह, कुंदन कुमार , मोहित कुमार, विकास कुमार , अंकित कुमार आदि की सक्रिय भूमिका थी।