October 18, 2024

ख़बरें टी वी : नालंदा विश्वविद्यालय में मनाया गया 74 वां गणतंत्र दिवस,  “अदम्य इच्छाशक्ति एवं कार्य दक्षता का प्रतिक है नालंदा “…. जानिए पूरी ख़बर

 

नालंदा विश्वविद्यालय में मनाया गया 74 वां गणतंत्र दिवस, 
“अदम्य इच्छाशक्ति एवं कार्य दक्षता का प्रतिक है नालंदा “: प्रो. सुनैना सिंह

 

 

 

 

ख़बरें टी वी: 9334598481 : ब्यूरो रिपोर्ट : नालंदा विश्वविद्यालय में आज भारत का 74वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। कुलपति प्रो सुनैना सिंह ने झंडोत्तोलन के साथ अपने सम्बोधन में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धियों और एकीकृत सांस्कृतिक विशिष्टताओं को याद किया। नालंदा समुदाय को संबोधित करते हुए प्रो. सिंह ने जनहित की भावना के महत्त्व पर प्रकाश डाला।

 

 

उन्होंने कहा, “भारत अपनी बहुआयामी सांस्कृतिक विविधता के साथ राष्ट्रवाद का एक दुर्लभ प्रारूप प्रस्तुत करता है। यह दिन आम लोगों की राष्ट्र के प्रति निष्ठा और समर्पण का समारोह भी है। प्राचीन नालंदा को एकीकृत वैश्विक मूल्यों और ज्ञान के प्रतीक के रूप में याद करते हुए उन्होंने कहा कि नालंदा-परंपरा को फिर से जीवंत करने से हम शांति और सद्भाव के मूल्यों को आत्मसात कर सकेंगे।

 

समग्र-शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, प्रो. सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे नालंदा की नींव सुदृढ़ हो रही है, हमारा एक मत्त्वपूर्ण उद्देश्य छात्रों को शांति और सद्भाव के अग्रदूत के रूप में तैयार करना भी है। प्रोफेसर सिंह ने कहा, “नालंदा अदम्य इच्छाशक्ति एवं कार्य दक्षता का प्रतिक है।” उन्होंने वसंत पंचमी की शुभकामनाओं के साथ अपने संबोधन का समापन किया और देवी सरस्वती के प्रतीक की पूजा के महत्व को समझाया, जो ज्ञान, रचनात्मकता और निरंतर चिंतन को आख्यायित करता है।

 

विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह में विभिन्न देशों के छात्रों द्वारा विविध सांस्कृतिक कार्यकर्म प्रस्तुत किए गए। शताब्दियों से नालंदा ने ज्ञान के प्रकाश स्तम्भ के रूप में पूरे एशिया के विद्वानों को आकर्षित किया है और कुलपति के कुशल नेतृत्व में वर्तमान नालंदा भी ज्ञान और संस्कृतियों के संगम के संस्थान के रूप में प्रतिष्ठित हो रहा है। लगभग एक सहस्राब्दी की प्रतीक्षा के बाद, एक बार फिर 30 से अधिक देशों के छात्र अब नालंदा के परिसर में अध्ययनरत हैं।

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